ऐतिहासिक पृष्ठभूमि दीवाली, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इसकी उत्पत्ति प्राचीन भारतीय संस्कृति, पौराणिक कथाओं और इतिहास में गहराई से निहित है। यह त्योहार हिंदू, जैन, और सिख धर्म में भिन्न-भिन्न कारणों से महत्वपूर्ण है।
हिंदू पौराणिक कथाएं:
- रामायण से संबंध: सबसे प्रसिद्ध कथा दीवाली को भगवान राम, उनकी पत्नी सीता और उनके भाई लक्ष्मण के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने से जोड़ती है। राक्षस राजा रावण को हराने के बाद उनके घर लौटने पर अयोध्या के लोगों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया। यह अच्छाई पर बुराई की जीत का प्रतीक है।
- कृष्ण और नरकासुर:एक अन्य कथा में, भगवान कृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध किया और 16,000 कैद महिलाओं को मुक्त किया। इस घटना को नरक चतुर्दशी के रूप में, दीवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है।
- देवी लक्ष्मी:: यह भी माना जाता है कि दीवाली के दिन ही समुद्र मंथन से धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी प्रकट हुई थीं।
- जैन धर्म: दीवाली भगवान महावीर, 24वें तीर्थंकर, के मोक्ष (निर्वाण) का प्रतीक है।
- सिख धर्म: दीवाली छठे सिख गुरु, गुरु हरगोबिंद जी, के मुगल कैद से 52 राजकुमारों के साथ मुक्त होने की याद दिलाती है।।