कन्या गुरुकुल, देहरादून

शारीरिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक—त्रिवेणी विकास

कन्या गुरुकुल, देहरादून

शारीरिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक—त्रिवेणी विकास

कन्या गुरुकुल, देहरादून
  • शारीरिक शिक्षा: आसन, लेजिम, लाठी, खेल–प्रतियोगिताएँ
  • परिषदें: साहित्य, इतिहास, संस्कृत, कला
  • उद्देश्य: जीवनोपयोगी, चरित्रनिर्माणकारी शिक्षा

कन्या गुरुकुल (देहरादून) में शारीरिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक उन्नति पर विशेष बल दिया जाता है—जैसे नेट-बॉल, बास्केट-बॉल, बैडमिंटन, एथलेटिक्स, लेजिम, लाठी, मुदगर, ड्रिल तथा प्रशिक्षित शिक्षिकाओं की देखरेख में आसन-शिक्षण। साथ ही, साहित्य-परिषद, इतिहास-परिषद, संस्कृत-प्रतिषद और कला परिषद जैसी गतिविधियों से छात्राओं का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाता है। :contentReference[oaicite:4]{index=4}