वेदव्यास विद्यापीठ गुरुकुल की स्थापना 2 अक्टूबर 1999 को सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण और वेद–उपनिषद के दिव्य ज्ञान के प्रसार हेतु हुई। यहाँ वाराणसी संस्कृत विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमानुसार शास्त्रों के साथ यज्ञ, योग, संगीत, कंप्यूटर, जूडो-कराटे आदि का भी प्रशिक्षण दिया जाता है—अर्थात वातावरण प्राचीन, किन्तु अध्ययन-विषय प्राचीन व आधुनिक का संतुलित मिश्रण। :contentReference[oaicite:3]{index=3}