भगवान राम

मर्यादा पुरुषोत्तम, धर्म और करुणा के आदर्श

भगवान राम

मर्यादा पुरुषोत्तम, धर्म और करुणा के आदर्श

भगवान राम
  • अवतार: विष्णु के सप्तम
  • आदर्श: मर्यादा, सत्य, करुणा
  • कथा-केन्द्र: वनवास, रावण-वध, अयोध्या-प्रतिष्ठा
  • उत्सव: राम नवमी, दीपावली

भगवान राम का चरित भारतीय संस्कृति में आदर्श जीवन-दृष्टि का मानक माना जाता है। अयोध्या में जन्म लेकर उन्होंने पिता के वचन की रक्षा हेतु वनवास स्वीकार किया, सतत धर्मपालन किया और रावण-वध कर अधर्म पर धर्म की विजय स्थापित की। उनके जीवन का प्रत्येक प्रसंग—भ्रातृ-प्रेम, जनकल्याण, सत्यनिष्ठा—समाज के लिए मार्गदर्शक है।

राम भक्तिभाव का केंद्र हैं—हनुमान, भरत, शबरी जैसी विभूतियाँ इसी आदर्श धारा की प्रेरणा हैं। दीपावली का पर्व अयोध्या-आगमन की स्मृति में प्रकाशोत्सव के रूप में मनाया जाता है; राम नवमी उनके अवतरण-दिवस का उत्सव है।