गणेश जी

विघ्नहर्ता, बुद्धि और सिद्धि के देवता

गणेश जी

विघ्नहर्ता, बुद्धि और सिद्धि के देवता

गणेश जी
  • स्वरूप: गजानन, चार भुजाएँ, वाहन मूषक
  • विशेष: विघ्नहर्ता, शुभ कार्यों के अधिदेव
  • प्रिय नैवेद्य: मोदक
  • उत्सव: गणेश चतुर्थी

गणेश जी हिंदू धर्म में विघ्नहर्ता और बुद्धि के अधिदेव माने जाते हैं। हर शुभ आरंभ से पूर्व उनकी वंदना की जाती है। उनका स्वरूप गजानन है—उदार मस्तक, विशाल कान, और करुणामयी दृष्टि। चार भुजाओं में वे पाश, अंकुश, मोदक और वर-मुद्रा धारण करते हैं; उनका वाहन मूषक है जो विनम्रता और स्थिरता का संकेत देता है।

भक्ति परंपरा में गणपति की स्तुति से मनोविघ्न दूर होते हैं और निर्णय-शक्ति जागृत होती है। गृहस्थ, विद्यार्थी और साधक—सभी उनके कृपा-प्राप्ति के लिए पूजा-अर्चना करते हैं। गणेश चतुर्थी पर घरों और सार्वजनिक पंडालों में विघ्नहर्ता का विशेष प्रतिष्ठापन व अनुष्ठान होता है।